प्रोटीन हमारे शरीर के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। इसकी कमी से शरीर कमजोर और बेजान हो सकता है। प्रोटीन न केवल मेटाबोलिज्म को बढ़ाने, वजन घटाने, और मांसपेशियों की मरम्मत में मदद करता है, बल्कि यह हमारी त्वचा और बालों के लिए भी फायदेमंद है। आमतौर पर, चिकन और अंडे जैसे नॉन-वेज फूड्स को प्रोटीन के सबसे अच्छे स्रोतों के रूप में माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ पौधों में भी प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है? हरी मटर (Green peas) उनमें से एक है।
हरी मटर (Green peas) में प्रोटीन की मात्रा
USDA के अनुसार, 100 ग्राम हरी मटर में लगभग 5 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। यही नहीं, हरी मटर में फाइबर, विटामिन ए, विटामिन सी, फोलेट, आयरन, जिंक, और अन्य आवश्यक पोषक तत्व भी होते हैं। चलिए जानते हैं कि हरी मटर का सेवन क्यों आवश्यक है।
पोषक तत्व | मात्रा (100 ग्राम) |
---|---|
प्रोटीन | 5 ग्राम |
फाइबर | 5.5 ग्राम |
विटामिन ए | 764 IU |
विटामिन सी | 40 mg |
आयरन | 1.5 mg |
जिंक | 0.5 mg |
हरी मटर (Green peas) के सेवन के फायदें
वजन घटाने में मदद
हरी मटर (Green peas) को अपनी वजन घटाने की डाइट में शामिल करना आसान है। इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है और इसकी हाई फाइबर सामग्री आपके पेट को लंबे समय तक भरा रखने में मदद करती है। हाई फाइबर और प्रोटीन वाले फूड्स आपकी भूख को दबाकर कुल कैलोरी काउंट को कम कर सकते हैं।
डायबिटीज नियंत्रण में
हरी मटर के दाने ब्लड प्रेशर लेवल को प्रभावी ढंग से नियंत्रित कर सकते हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) स्कोर कम होता है, जिससे यह ब्लड शुगर में अचानक वृद्धि के बजाय धीरे-धीरे बढ़ती है। फाइबर कार्ब्स के अवशोषण को धीमा कर देता है, जिससे ब्लड शुगर स्तर नियंत्रित रहता है।
दिल को स्वस्थ रखने में सहायक
हरी मटर में एंटीऑक्सिडेंट और मैग्नीशियम, पोटेशियम, और कैल्शियम जैसे मिनरल्स होते हैं, जो दिल को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। ये तत्व ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित करते हैं।
पाचन में सुधार
हरी मटर में मौजूद फाइबर मलत्याग में सुधार कर सकता है और कब्ज, सूजन, और अन्य पाचन समस्याओं को रोक सकता है। यदि आप पेट की समस्याओं से परेशान हैं, तो हरी मटर का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
हरी मटर (Green peas) का उपयोग कैसे करें
हरी मटर का सेवन विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है। आप इसे सब्जी, सलाद, या चाट के रूप में खा सकते हैं। इसके अलावा, हरी मटर को सूप या स्टर-फ्राई में भी शामिल किया जा सकता है।
हरी मटर (Green peas) की कुछ रेसिपी
हरी मटर (Green peas) का सूप
सामग्री:
- 200 ग्राम हरी मटर
- 1 प्याज (बारीक कटा हुआ)
- 2-3 लहसुन की कलियाँ (बारीक कटी हुई)
- नमक और काली मिर्च स्वादानुसार
विधि:
- एक पैन में थोड़ी ऑलिव ऑयल गरम करें।
- प्याज और लहसुन डालकर भूनें।
- हरी मटर डालें और कुछ मिनटों तक पकाएँ।
- पानी डालकर उबालें, फिर ब्लेंडर में पीसकर सूप बनाएं।
- नमक और काली मिर्च डालें और गरमागरम परोसें।
मटर चाट
सामग्री:
- 100 ग्राम हरी मटर
- 1 टमाटर (बारीक कटा हुआ)
- 1 चम्मच नींबू का रस
- चाट मसाला, नमक, और हरा धनिया स्वादानुसार
विधि:
- उबली हुई हरी मटर को एक बर्तन में डालें।
- टमाटर, नींबू का रस, चाट मसाला, और नमक डालें।
- अच्छी तरह मिलाकर हरा धनिया से सजाएँ।
प्रोटीन हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है, और हरी मटर (Green peas) एक अद्भुत प्लांट-बेस्ड प्रोटीन का स्रोत है। यह न केवल प्रोटीन, बल्कि विभिन्न आवश्यक पोषक तत्वों से भी भरपूर होती है। इसके सेवन से वजन कम करने, डायबिटीज नियंत्रण, दिल की सेहत, और पाचन में सुधार में मदद मिलती है। इसलिए, इसे अपनी डाइट में शामिल करना न भूलें।
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हरी मटर (Green peas) में प्रोटीन की मात्रा कितनी होती है?
100 ग्राम हरी मटर में लगभग 5 ग्राम प्रोटीन होता है, जो इसे प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत बनाता है।
हरी मटर (Green peas) का सेवन कैसे किया जा सकता है?
हरी मटर को सलाद, चाट, सूप, और सब्जी के रूप में खाया जा सकता है। इसे अपनी डाइट में आसानी से शामिल किया जा सकता है।
क्या हरी मटर (Green peas) वजन घटाने में मदद करती है?
हाँ, हरी मटर कम कैलोरी और उच्च फाइबर सामग्री से भरपूर होती है, जो भूख को नियंत्रित करने में मदद करती है और वजन घटाने में सहायक होती है।
क्या हरी मटर (Green peas) डायबिटीज के मरीजों के लिए सुरक्षित है?
हरी मटर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। इसलिए, यह डायबिटीज के मरीजों के लिए सुरक्षित है।
हरी मटर (Green peas) में कौन-कौन से पोषक तत्व होते हैं?
हरी मटर में फाइबर, विटामिन A, विटामिन C, फोलेट, आयरन, जिंक, और कई अन्य महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल्स होते हैं।
क्या हरी मटर (Green peas) को कच्चा खाया जा सकता है?
हाँ, हरी मटर को कच्चा भी खाया जा सकता है, लेकिन इसे पकाने पर इसके पोषण तत्व अधिक प्रभावी ढंग से शरीर द्वारा अवशोषित होते हैं।
हरी मटर (Green peas) की कितनी मात्रा रोजाना खानी चाहिए?
सामान्यत: 100-200 ग्राम हरी मटर का सेवन करना फायदेमंद होता है, लेकिन आपकी डाइट और व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार यह भिन्न हो सकता है।
हरी मटर (Green peas) का सेवन किस मौसम में करना बेहतर है?
हरी मटर सर्दियों के मौसम में आसानी से उपलब्ध होती है, इसलिए इस मौसम में इसका सेवन करना सबसे बेहतर होता है।